What is Diabetes and how is it treated? (मधुमेह विस्तृत जानकारी)

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तेजी से बदलती जीवनशेली, Stress, Depression और Anxiety ने अनेको बिमारियों को जन्म दिया है और उन्ही में से एक गंभीर बीमारी है। Diabetes जिसे मधुमेह या आम भाषा में शुगर की बीमारी भी कहा जाता है। आज के समय में डायबिटीज होना बहुत आम बात है। सिर्फ अधिक उम्र के लोग ही नहीं, आज के समय में बच्‍चे भी डायबिटीज की चपेट में आ रहे हैं। एक समय हुआ करता था जब 40-50 साल की उम्र के बाद डायबिटीज जैसी बीमारियां शुरू हो जाया करती थी, लेकिन अब बदलते माहौल और लाइफ स्‍टाइल के कारण डायबिटीज ने छोटे बच्‍चों को भी अपनी चपेट में ले लिया हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक आज दुनियां भर में करीब 422 million लोग Diabetes की समस्या से पीड़ित है जिसमे से करोड़ो लोग भारत में है। अकसर ऐसे सवाल आपके मन में आते होंगे। डायबिटीज कैसे होती है, डायबिटीज के कारण क्‍या है, डायबिटीज से कैसे बचा जा सकता है। तो आइए जानते हैं Diabetes के बारे मे कुछ ऐसी Information जो आप सब के लिए बहुत लाभदायक साबित हो सकती है।

WHAT IS DIABETES?

जब हमारे शरीर की Pancreas (अग्न्याशय) में इंसुलिन का स्त्राव कम हो जाने के कारण खून में Glucose स्तर समान्य से अधिक बढ़ जाता है तो उस स्थिति को डायबिटीज कहा जाता है

इंसुलिन एक हारमोन है,  जो पाचक ग्रन्थि द्वारा बनता है और जिसकी जरुरत भोजन को एनर्जी बदलने में होती है  इस हार्मोन के बिना हमारा शरीर शुगर की मात्रा को

कण्ट्रोल नहीं कर पाता, इस स्थिति में हमारे शरीर को भोजन से ऊर्जा (Energy) लेने में काफी कठिनाई होती है। जब Glucose का बढ़ा हुआ लेवल हमारे रक्त में लगातार बना रहता है तो यह शरीर के कई  अंगो को नुकसान पहुँचाना शुरू कर देता  है,  जिसमे आँखे, मस्तिष्क,  हृदय, धमनियां और गुर्दे प्रमुख है।

TYPES OF DIABETES

Type 1 diabetes –

यह तब होता है जब आपकी body insulin बनाना बंद कर देती है, ऐसे में मरीज को बाहर से इंसुलिन देनी पड़ती है, इसे insulin-dependent diabetes mellitus, IDDM भी  कहते  हैं।

Type 2 diabetes –

यह तब होता है जब आपके cells produce हो रही इंसुलिन पर प्रतिक्रिया नहीं करते। इसे non-insulin-dependent diabetes mellitus, NIDDM भी  कहते  हैं।

Gestational diabetes –

ये ऐसी महिलाओ को होता है जो Pregnant हों और उन्हें पहले कभी डायबिटीज ना हुआ हो ऐसा pregnancy के दौरान खून में ग्लूकोज़ की मात्रा (blood sugar level) आवश्यकता से अधिक हो जाने के कारण होता हैं।

SYMPTOMS OF DIABETES

डायबिटीज के अनेक लक्ष्ण है जिसमे से निचे दिए गए प्रमुख है, अगर किसी इंसान को इनमे से ज्यादातर लक्षण दिखाई दे तो तुरतं जांच करवानी चाहिए।

  • अधिक प्यास या भूख लगना
  • अचानक वज़न का घट जाना
  • लगातार कमजोरी और थकावट महसूस करना
  • चीजों का धुंधला नज़र आना
  • त्वचा में संक्रमण होना और खुजली होना
  • किडनी खराब होना
  • घाव भरने में ज्यादा वक़्त लगना
  • बार-बार पेशाब होना
  • आँखों की रौशनी कम होना

CAUSES OF DIABETES

Genetic (अनुवांशिक) –

डायबिटीज एक अनुवांशिक रोग है, यदि आपके परिवार के किसी सदस्य मां-बाप, भाई-बहन में से किसी को है, तो भविष्य में आपको भी डायबिटीज होने की सम्भावना ज्यादा होती है।

खान पान और मोटापा –

आपका समय पर ना खाना, बहुत अधिक जंकफूड खाना या आपका मोटापा बढ़ना भी डायबिटीज का मुख्य कारक है। आपका वजन बहुत बढ़ा हुआ है, आपका Blood Pressure बहुत हाई है और Cholesterol भी संतुलित नहीं है तो आपको Diabetes हो सकता है। बहुत अधिक मीठा खाने, नियमित रूप से बाहर का खाना खाने, कम पानी पीने, एक्सरसाइज ना करने, खाने के बाद तुरंत सो जाने या ज्यादा समय तक लगातार बैठा रहना इत्यादि कारण भी डायबिटीज को जन्म दे सकते हैं।

SUPPLEMENTS & OTHER WAYS TO TREAT DIABETES

INLIFE Karela, Bitter melon, 500 mg 60 Vegetarian Capsules for Sugar Balance

Pure Nutrition Fensugen (Optimised Nutrients for Diabetic Management) – 60 Veg Caps

Healthvit Gurmar 250 Mg 60 Capsules

Indian Gooseberry (Amla) –

आंवला जिसे Indian gooseberry भी कहते हैं। एक अध्ययन से पता चला कि आंवला में मधुमेह से लड़ने के गुण (एंटी डायबिटिक एक्शन) मौजूद होते हैं, जिससे ब्लड ग्लूकोज़ कम हो सकता है Amla के फल में कई ऐसे लाभ हैं जिसके चलते नियमित रूप से इसका सेवन करते रहना, स्वस्थ जीवन जीने का बेहतर तरीक़ा हो सकता है.

Fish Oil for Diabetes –

मछली रिच विटामिनस मिनरलस Nutrients का भरपूर भण्डार है। मछली एक तरह से सुपर फूड है। मछली में प्रोटीन, ओमेगा-3, फैटी एसिड, विटामिन कम्पलैक्स, लाइसीस जैसे रिच गुण मौजूद हैं। मछली खाना, Fish Oil और कैप्सूल सेवन सम्पूर्ण शरीर के  लिए हेल्दी है। सप्ताह में 1-2 बार मछली डाईट में जरूर शामिल करें। डायबिटीज मरीज के लिए मछली खाना मीट से ज्यादा लाभकारी है। मछली sugar level और Cholesterol लेवल नियत्रंण करने में खास सहायक है।

PREVENTION FROM DIABETES –

Diabetes हो जाने पर नियमित रूप से blood sugar की जांच कराते रहे, परहेज करना बहुत ही आवशयक है, स्वस्थ खाएं और active रहे, व्यायाम करके इसे काफी हद तक control किया जा सकता है, पर्याप्त मात्रा में नीद लें, सुबह या शाम को टहलने की आदत डालें। इन सब के साथ साथ हमे प्राकृतिक और आयुर्वेदिक औषधि का भी सेवन करना चाहिए, जो की हमारे शरीर को बिलकुल भी नुकसान नहीं पहुंचाते है, और डायबिटीज को कम करने में 100 % मदद भी करते है।

दोस्तों Health ही असली Wealth  है, इसलिए हमेशा अपनी सेहत का ध्यान रखे और स्वस्थ्य रहे अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो कृपया इसे जरूर शेयर करे